tag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post4972192360758132711..comments2023-07-09T15:58:00.208+05:30Comments on Unluckyblackstar: ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,OM KASHYAPhttp://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comBlogger36125tag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-27112321217822695202011-04-29T12:54:29.953+05:302011-04-29T12:54:29.953+05:30BAHUT SUNDAR RACHNABAHUT SUNDAR RACHNASAJAN.AAWARAhttps://www.blogger.com/profile/10975214181930047006noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-30248668070342562432011-03-10T00:53:28.503+05:302011-03-10T00:53:28.503+05:30ओम कश्यप जी, बड़ी सुंदर और मार्मिक अभिव्यक्ति है आप...ओम कश्यप जी, बड़ी सुंदर और मार्मिक अभिव्यक्ति है आपकी। परंतु आपकी रचना को पढ़कर प्रसाद की वे पंक्तियां ( ले चल मुझे भुलावा देकर मेरे नाविक धीरे-धीरे) याद आ गईं जिनके कारण उन पर आरोप लगा था कि वे पलायनवादी हैं। आपके गीत में ऐसी जगह जाने की ख्वाहिश की गई है जहां यादों का आंचल न हो अर्थात मानव स्वभाव ही लुप्त हो जाय, जहां कोई सपना न हो अर्थात पूर्णप्राप्ति हो जाए, जहां कोई आने वाला कल न हो, अर्थात समय ठहर जाए, जहां कोई कारवां न हो अर्थात एकाकीपन हो, जहां किसी की तस्वीर नजर न आए अर्थात वीरानापन हो। समझ में नहीं आया कि ऐसी जगह कोई बची ज़िन्दगी चैन से कैसे काट सकता है? महादेवी वर्मा की पंक्तियां याद आ रहीं है जिनमें उन्होंने व्यक्त करना चाहा है कि जीवन्तता तो परिवर्तन में ही है - <br />वे मुस्काते फूल, नहीं आता है जिनको मुरझाना। <br />वे तारों के दीप, नहीं भाता है जिनको बुझ जाना। ................. <br /><br />आपकी ये पंक्तियां बहुत ही अच्छी लगीं - ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह ले चल, जहां अपना पराया न हो।<br />इन पंक्तियों के साथ अपनी बात पूरी करता हूं कि-<br />जाने कि ज़िद छोड़ दें जाएं कहीं नहीं<br />जाएंगे तो अपनों को पाएंगे कहीं नहीं<br />अमन और प्यार का लहराए हम परचम<br />स्वर्ग सी धरती बना के रख दें हम यहीं।मो. कमरूद्दीन शेख ( QAMAR JAUNPURI )https://www.blogger.com/profile/13575519013876254297noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-5890740025123640932011-02-28T12:00:30.105+05:302011-02-28T12:00:30.105+05:30@ Dr Varsha Singh ने कहा…
मनोभावों को खूबसूरती से ...@ Dr Varsha Singh ने कहा…<br />मनोभावों को खूबसूरती से पिरोया है। बधाई।<br /><br />@Patali-The-Village ने कहा…<br />बहुत खूब, बहुत अच्छी रचना। बधाई<br /><br />@ संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…<br />काश ऐसी कोई जगह होती ...बहुत सुन्दर भाव<br /><br /><br />@Sunil Kumar ने कहा…<br />खूबसूरत अभिव्यक्ति ....... बधा<br /><br /><br />@amit-nivedita ने कहा…<br />amen..<br /><br /><br />AAP SABHI KA AABHAR<br />BAHUT BAHUT DHANAYWADOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-43802601447682517732011-02-28T11:56:53.418+05:302011-02-28T11:56:53.418+05:30Atul Shrivastava ने कहा…
अच्छी रचना। खूबसूरत अभिव...Atul Shrivastava ने कहा…<br />अच्छी रचना। खूबसूरत अभिव्यक्ति<br /><br />@sagebob ने कहा…<br />बहुत ही उम्दा नज़्म.<br /><br />चल बुल्लिया चल ओत्थे चलिए जित्थे सारे अन्ने <br />न कोई साडी ज़ात पछाने न कोइ सानूं मन्ने .<br /><br />सलाम.<br />अन्ने-अंधे ,मन्ने-माने<br /><br />@Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…<br />खूबसूरत अभिव्यक्ति ....... बधाई.<br /><br />@ उदगार ने कहा…<br />ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,<br />जहा अपना-पराया ना हो , ना हो यादों का आँचल !<br />बहुत खूब, पर क्या सपनो के अलावा ऐसी कोई जगह होती होगी...<br /><br />@ madansharma ने कहा…<br />काश ऐसी जगह दुनिया में होती तो मै भी वहां के लिए सीट बुक करवाता <br />बहूत खुबसूरत प्यारी सी रचना <br />हार्दिक शुभकामनाएं!.<br /><br /><br />AAP SABHI KA AABHAR<br />BAHUT BAHUT DHANAYWADOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-26048787945658656312011-02-27T06:43:54.160+05:302011-02-27T06:43:54.160+05:30amen..amen..amit kumar srivastavahttps://www.blogger.com/profile/10782338665454125720noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-14650948329390153352011-02-26T22:46:28.865+05:302011-02-26T22:46:28.865+05:30खूबसूरत अभिव्यक्ति ....... बधाईखूबसूरत अभिव्यक्ति ....... बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-59123231473744344712011-02-26T20:40:37.107+05:302011-02-26T20:40:37.107+05:30काश ऐसी कोई जगह होती ...बहुत सुन्दर भावकाश ऐसी कोई जगह होती ...बहुत सुन्दर भावसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-32425297326615264322011-02-26T15:53:39.576+05:302011-02-26T15:53:39.576+05:30बहुत खूब, बहुत अच्छी रचना। बधाई।बहुत खूब, बहुत अच्छी रचना। बधाई।Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-79184098349748612502011-02-26T15:44:51.390+05:302011-02-26T15:44:51.390+05:30अमन से रह सकू , ना हो गुनाहों की ज़ंजीर ,
ऐ मेरे द...अमन से रह सकू , ना हो गुनाहों की ज़ंजीर ,<br />ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,<br />दुनिया ढूँढती रहे मेरा पैगाम ,<br />आये ना वहा कभी कोई शाम !<br /><br />मनोभावों को खूबसूरती से पिरोया है। बधाई।Dr Varsha Singhhttps://www.blogger.com/profile/02967891150285828074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-62325156321978915102011-02-26T13:48:25.484+05:302011-02-26T13:48:25.484+05:30@ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,
दुनिया ढूँढती र...@ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,<br />दुनिया ढूँढती रहे मेरा पैगाम ,<br />आये ना वहा कभी कोई शाम !<br />जी सके चैन से बची ज़िन्दगी ,<br />वहा कोई ना हो बदनाम <br />काश ऐसी जगह दुनिया में होती तो मै भी वहां के लिए सीट बुक करवाता <br />बहूत खुबसूरत प्यारी सी रचना <br />हार्दिक शुभकामनाएं!मदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-48878146108986650252011-02-26T13:47:11.157+05:302011-02-26T13:47:11.157+05:30@ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,
दुनिया ढूँढती र...@ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,<br />दुनिया ढूँढती रहे मेरा पैगाम ,<br />आये ना वहा कभी कोई शाम !<br />जी सके चैन से बची ज़िन्दगी ,<br />वहा कोई ना हो बदनाम <br />काश ऐसी जगह दुनिया में होती तो मै भी वहां के लिए सीट बुक करवाता <br />बहूत खुबसूरत प्यारी सी रचना <br />हार्दिक शुभकामनाएं!हममदन शर्माhttps://www.blogger.com/profile/07083187476096407948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-59775130396824787832011-02-26T12:00:55.132+05:302011-02-26T12:00:55.132+05:30ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,
जहा अपना-पराया न...ऐ मेरे दिल मुझे ऐसी जगह लेकर चल ,<br />जहा अपना-पराया ना हो , ना हो यादों का आँचल !<br />बहुत खूब, पर क्या सपनो के अलावा ऐसी कोई जगह होती होगी...Harshita Joshihttps://www.blogger.com/profile/04274397136761595526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-41638397278350625032011-02-26T10:39:16.097+05:302011-02-26T10:39:16.097+05:30खूबसूरत अभिव्यक्ति ....... बधाई.खूबसूरत अभिव्यक्ति ....... बधाई.Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-44346714057605945882011-02-26T09:33:37.421+05:302011-02-26T09:33:37.421+05:30बहुत ही उम्दा नज़्म.
चल बुल्लिया चल ओत्थे चलिए जि...बहुत ही उम्दा नज़्म.<br /><br />चल बुल्लिया चल ओत्थे चलिए जित्थे सारे अन्ने <br />न कोई साडी ज़ात पछाने न कोइ सानूं मन्ने .<br /><br />सलाम.<br />अन्ने-अंधे ,मन्ने-मानेविशालhttps://www.blogger.com/profile/06351646493594437643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-46032448011107430002011-02-25T23:02:50.200+05:302011-02-25T23:02:50.200+05:30अच्छी रचना। खूबसूरत अभिव्यक्तिअच्छी रचना। खूबसूरत अभिव्यक्तिAtul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-27439498036955828552011-02-25T21:44:55.643+05:302011-02-25T21:44:55.643+05:30MITHILESH JI
PARSHURAM JI
RAJEY JI
ER. SATYAM JI
O...MITHILESH JI<br />PARSHURAM JI<br />RAJEY JI<br />ER. SATYAM JI<br />OR<br />SANJAY JI<br />AAP SABHI KA AABHAR<br />BAHUT BAHUT DHANAYWADOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-51216054995635356632011-02-25T18:43:02.140+05:302011-02-25T18:43:02.140+05:30charcha manch par chune jane ke liye ....bahut bah...charcha manch par chune jane ke liye ....bahut bahut badhi kashyap bhaiसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-81587611320123485132011-02-25T18:21:07.497+05:302011-02-25T18:21:07.497+05:30आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (26.02.2011) को &qu...आपकी उम्दा प्रस्तुति कल शनिवार (26.02.2011) को "चर्चा मंच" पर प्रस्तुत की गयी है।आप आये और आकर अपने विचारों से हमे अवगत कराये......"ॐ साई राम" at http://charchamanch.uchcharan.com/<br />चर्चाकार:Er. सत्यम शिवम (शनिवासरीय चर्चा)Er. सत्यम शिवमhttps://www.blogger.com/profile/07411604332624090694noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-13862908035562428682011-02-25T16:42:06.670+05:302011-02-25T16:42:06.670+05:30वो गीत याद आ गया ....
ए मेरे दिल कहीं और चल गमी क...वो गीत याद आ गया ....<br />ए मेरे दिल कहीं और चल गमी की दुनियां से जी भर गया...Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-83580416166429639682011-02-25T12:27:44.561+05:302011-02-25T12:27:44.561+05:30बहुत खूब, बहुत अच्छी रचना।बहुत खूब, बहुत अच्छी रचना।आचार्य परशुराम रायhttps://www.blogger.com/profile/05911982865783367700noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-30432897017318087052011-02-25T09:08:46.480+05:302011-02-25T09:08:46.480+05:30चलता जाऊ इतनी दूर कोई कारवा ना हो !
ख्वाबो के शहर ...चलता जाऊ इतनी दूर कोई कारवा ना हो !<br />ख्वाबो के शहर में कोई सपना ना हो <br /><br />ये लाइन एक दम सच्ची सी लगी, अच्छे भाव समेटे बढ़िया रचना .<br /><br /><br /><a href="http://uttarpradeshbloggerassociation.blogspot.com/2011/02/blog-post_178.html" rel="nofollow">नारी स्वतंत्रता के मायने</a>Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-77197500723999306032011-02-25T08:46:47.557+05:302011-02-25T08:46:47.557+05:30TAU JI
DIPTI JI
SANDHYA JI
HARKIRAT JI
OR
DR.MONIK...TAU JI<br />DIPTI JI<br />SANDHYA JI<br />HARKIRAT JI<br />OR<br />DR.MONIKA JI<br />AAP SABHI KA AABHAR<br />DHANAYYWADOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-87989295568239538522011-02-25T08:45:31.519+05:302011-02-25T08:45:31.519+05:30SANJAY JI
ZEAL JI
DEEPAK JI
GYANCHAND JI
OR SUREND...SANJAY JI<br />ZEAL JI<br />DEEPAK JI<br />GYANCHAND JI<br />OR SURENDRA JI<br />AAP SABHI KA AABHAR<br />DHANAYYWADOM KASHYAPhttps://www.blogger.com/profile/13225289065865176610noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-55545028069112186562011-02-24T23:47:17.278+05:302011-02-24T23:47:17.278+05:30जहा अपना-पराया ना हो , ना हो यादों का आँचल !
खो जा...जहा अपना-पराया ना हो , ना हो यादों का आँचल !<br />खो जाऊ ऐसी दुनिया में जहा ना हो कभी कल <br /><br />बहुत खूब .... ऐसे पलों की दरकार शायद कभी ना कभी सभी को होती है..... सुंदर लिखा आपने.... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4658258271576973674.post-42873894568685213832011-02-24T22:49:59.557+05:302011-02-24T22:49:59.557+05:30अय मेरे दिल कहीं और चल
गम की दुनिया से दिल भर गया...अय मेरे दिल कहीं और चल<br />गम की दुनिया से दिल भर गया<br />ढूंढ दे अब कोई घर नया .......हरकीरत ' हीर'https://www.blogger.com/profile/09462263786489609976noreply@blogger.com